Ramlal Thakur
कांग्रेस नेता के तौर पर हिमाचल की राजनीति में रामलाल ठाकुर बड़ा वजूद रखते हैं, उनकी कर्मभूमि नैना देवी विधानसभा क्षेत्र रहा है. 1985 में पहली बार कांग्रेस के टिकट पर चुनाव जीतते ही उन्हें सबसे कम उम्र में राज्यमंत्री स्वतंत्र प्रभार का दायित्व दिया गया था. उनका जन्म 17 जून 1951 को बिलासपुर के नम्होल गांव के पास घ्याल गांव में हुआ था. इनके पिता किसान थे, शिमला से एलएलबी करने के बाद उन्होंने बिलासपुर जिला अदालत में प्रैक्टिस भी की. 1985 तक वे युवा कांग्रेस के जिला अध्यक्ष और प्रदेश युवा कांग्रेस के महासचिव रहे. 1985 में उन्होंने कोटकहलूर हलके से कांग्रेस के टिकट पर चुनाव लड़ा और कामरेड रहे केके कौशल को हराकर विधायक चुने गए. वह कानून, खेल व अन्य विभागों के मंत्री भी रहे. 90 में एक बार फिर चुनाव जीतकर वह स्वास्थ्यमंत्री बने. वह 1998 और 2003 में भी विधायक बने, 2008 और 2012 में चुनाव हारने के बाद एक बार फिर 2017 में चुनाव जीत गए.